Ravi Shastri on Team India bizarre selection for 2019 World Cup says What was the logic in having 3 wicketkeeper – रवि शास्त्री ने WC 2019 चयन पर उठाए सवाल, बोले

नई दिल्ली. टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने स्वीकार किया है कि 2019 वनडे विश्व कप के लिए चुनी गई टीम में बहुत कुछ हो सकता था. शास्त्री ने बताया कि चयन समिति ने वर्ल्ड कप के लिए तीन विकेटकीपरों को चुना था और वह इस फैसले से हैरान थे. शास्त्री ने हालांकि कहा कि उन्होंने टीम इंडिया के चयन के मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया. 2019 विश्व कप के लिए भारत के टीम चयन ने प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटरों के बीच भारी उथल-पुथल मचा दी थी. अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) को तब नहीं चुना गया था, जब विराट कोहली (Virat Kohli) ने खुले तौर पर आईसीसी इवेंट से पहले स्वीकार किया था कि वह टीम के नंबर 4 बल्लेबाज होंगे.
टीम चयन पर अपने विचार साझा करने के लिए कहने पर रवि शास्त्री ने स्वीकार किया कि अंबाती रायडू या श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को तीन विकेटकीपरों के बजाय टीम में होना चाहिए था. शास्त्री ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ”उस (टीम चयन) में मेरा कोई अधिकार नहीं था, लेकिन विश्व कप के लिए तीन विकेटकीपर चुने जाने से मैं ठीक नहीं था. या तो अंबाती या श्रेयस आ सकते थे. महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni), ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) के एक साथ होने का क्या तर्क था?”
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हालांकि, रवि शास्त्री ने कहा, ”लेकिन मैंने कभी भी चयनकर्ताओं के काम में हस्तक्षेप नहीं किया. सिवाय इसके कि जब मुझसे फीडबैक मांगा गया या सामान्य चर्चा के हिस्से के रूप में पूछा गया.” भारत ने इंग्लैंड में आयोजित 2019 वनडे विश्व कप में प्रभावशाली प्रदर्शन किया था, जब तक कि मैनचेस्टर में सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी नहीं हुई. 240 के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत रवींद्र जडेजा के अर्धशतक और धोनी की पारी से पहले 4 विकेट पर 24 रन पर सिमट गया था. धोनी और जडेजा ने भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
जसप्रीत बुमराह के टेस्ट डेब्यू पर रवि शास्त्री ने कहा, “यह सितंबर 2017 था और मैंने उसे दक्षिण अफ्रीका के लिए तैयार होने के लिए कहा था.” मुख्य कोच के रूप में शास्त्री के कार्यकाल में भारत का तेज गेंदबाजी विभाग सर्वश्रेष्ठ तौर पर विकसित हुआ. जसप्रीत बुमराह ने भारत को एक घातक गेंदबाजी संगठन बनाने में अहम भूमिका निभाई है. जहां बुमराह ने पहले सीमित ओवरों के तेज गेंदबाज के रूप में अपना नाम बनाया, वहीं उनके अपरंपरागत गेंदबाजी एक्शन को देखते हुए उनकी टेस्ट उपयोगिता को लेकर आशंकाएं थीं, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने दक्षिण अफ्रीका में एक यादगार टेस्ट डेब्यू के साथ अपने आलोचकों को जवाब दिया.
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जसप्रीत बुमराह ने केपटाउन में चार विकेट लिए, हालांकि भारत 72 रन से हार गया था. शास्त्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बुमराह टेस्ट सीरीज के दौरान दक्षिण अफ्रीका में अपनी छाप छोड़ेंगे. उन्होंने कहा, ”हमारे वहां पहुंचने से लगभग दो महीने पहले केपटाउन मेरे दिमाग में था. मैं और (भरत) अरुण दुर्गा पूजा के दौरान कोलकाता में एक समारोह में थे, जब मैंने जसप्रीत को फोन किया. यह सितंबर 2017 था, और मैंने उन्हें दक्षिण अफ्रीका के लिए ‘तैयार’ होने के लिए कहा. वह आदमी विश्वास नहीं कर सका – उन्होंने कहा था कि ‘टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा सपना है’.”
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